कोलकाता से किया फोन, 6 नंबर से चूक रहा आपका बच्चा, खाते में 8 हजार रु. जमा करा दो, पास करा देंगे

ठग गिरोह सैनिक स्कूल जैसी देश की उच्च प्रतिष्ठित और रक्षा मंत्रालय से संचालित शिक्षण संस्था के नाम पर ठगी करने से भी नहीं चूक रहे हैं। वे सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा में बच्चे को पास कराने के नाम पर पैरेंट्स को फोन कर पैसे मांग रहे हैं। वे बाकायदा बच्चे के रोल नंबर तक बताते हुए एसएमएस से अपना बैंक खाता नंबर भेजकर कह रहे कि इसमें रुपए डाल दो।


बच्चे को पास करा देंगे। सोमवार को ऐसे ही एक प्रयास को भास्कर ने पूरा नहीं होने दिया। सोमवार को अभा सैनिक स्कूल सोसायटी ने भी चेतावनी जारी कर पैरेंट्स को आगाह किया है। दैनिक भास्कर मामले को उजागर कर रहा है।



देशभर के सैनिक स्कूलों में आगामी सत्र 2020-21 की छठी व नौंवी कक्षा में प्रवेश के लिए 5 जनवरी यानी गत रविवार को परीक्षा हुई थी। चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल में प्रवेश के लिए इस परीक्षा में बैठे 4166 बच्चों मेंं समीपवर्ती धनेत गांव निवासी प्रवीण रैगर भी शामिल था। परीक्षा होने के आठवें दिन सोमवार दोपहर प्रवीण के पिता सूरजमल के मोबाइल पर एक फोन आया।


जिसमें सामने वाले ने कहा कि आपके बेटे की कॉपी मेरे पास है। उसके मेरिट सूची में आने के लिए छह नंबर कम पड़ रहे हैं। यदि आप आठ हजार रुपए देंगे तो मैं इसकी पूर्ति करा दूंगा। ताकि आपके बच्चे का सैनिक स्कूल में एडमिशन हो जाएं। सूरजमल चूंकि एक सरकारी स्कूल में पीटीआई है, इसलिए उन्होंने इस पर एकदम भरोसा नहीं किया। उन्होंने भास्कर रिपोर्टर से पूछा कि क्या ऐसा संभव है।


इसके बाद मामले को भास्कर ही हैंडल करने लगा। सूरजमल ने उसी नंबर पर फोन कर कहा कि चूंकि मैं ज्यादा समझता नहीं हूं, इसलिए इस बारे में मेरा छोटा भाई यानी स्टूडेंट प्रवीण का चाचा आपसे बात करेगा। अब भास्कर रिपोर्टर ही चाचा बनकर ठग से बात करने लगा। रिपोर्टर ने पूछा कि हम कैसे भरोसा करें कि आपके पास बच्चे की कॉपी है और आप उसे पास करा देंगे।


ठग ने बच्चे के रोल नंबर सहित पूरी प्रोफाइल बताते हुए इसका सबूत देने की कोशिश की। सौदे की हां भरने पर उसने सूरजमल के फोन पर ही एसएमएस कर अपने एकाउंट नंबर व संबंधित बैंक एसबीआई के आईएफएससी कोड नंबर भेज दिए और कहा कि इसमें एक घंटे के अंदर आठ हजार रुपए जमा करा दो।


रिपोर्टर ने इसके बाद टालमटोल अंदाज में उससे संवाद जारी रखते हुए एसपी अनिल कयाल, सैनिक स्कूल अधिकारियों और जानकारों के जरिये पड़ताल जारी रखी। प्रथमदृष्टया यह गिरोह पश्चिम बंगाल का होने की संभावना है। बातचीत करने वाली की बोली भी टूटी हिंदी भाषा ही थी। 


सिम कोलकत्ता वेस्ट की पायल कश्यप के नाम, ट्रू कॉलर पर नाम रामू मुटिया
परीक्षार्थी बालक प्रवीण के पिता व उसके छद्म चाचा बने भास्कर प्रतिनिधि का जिस मोबाइल नंबर 9163463664 से संवाद हुआ, वो सिम ग्राहक पायल कश्यप के नाम है। उसका एड्रेस रमेश दत्ता स्ट्रीट, बेडन स्ट्रीट कोलकत्ता पश्चिम है। हालांकि ट्रू कॉलर पर नाम किसी रामू मुटिया का आ रहा है। भास्कर ने बैंक ब्रांच के आईएफएससी कोड के आधार पर पता किया तो एसबीआई की यह ब्रांच जलपाईगुड़ी जिले के फलकटा में है।


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